क्यूँ मेरी तरह रातों को रहता है परेशाँ

क्यूँ मेरी तरह रातों को रहता है परेशाँ 💞👩‍❤️‍👨,
ऐ चाँद बता किस से तिरी आँख लड़ी है! ❤️💑